मात्र 8 श्लोकों का मंत्र और दरिद्रता समाप्त (Daridra Dahan Shiv Stotra benefits) | दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के लाभ

नमस्कार दोस्तों, आपने सुना होगा की पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में हो माया। अर्थात व्यक्ति के पास धन होना आवश्यक है, आप मेहनत भी कर रहे हो और आपको धन के रूप में फल नहीं मिल रहा तो इसका मतलब आपसे गृहलक्ष्मी रूठी हुई है, जिसको ‘दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र’ का पाठ करके मनाया जा सकता है।    

यदि कोई व्यक्ति घोर आर्थिक संकट में पड़ गया हों, अधिक कर्जा हो गया हो, व्यापार या बिजनेस की पूंजी बार-बार फंस जाती हो, उन्हें दारिद्रय दहन स्तोत्र से शिवजी की आराधना करनी चाहिए। क्योंकि दरिद्रता से तुरंत बाहर निकलने का एकमात्र उपाय दारिद्र्य ,दहन शिव स्तोत्र का पाठ करना है। 

इस लेख में सबसे पहले आपको दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के 8 श्लोक उपलब्ध कराये है। जिनका आप नित्य पाठ कर सकते है। इसके बाद दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के लाभ (Daridra Dahan Shiv Stotra benefits) बताये गए है, जिन्हें आप पढ़कर जीवन में खुशहाली ला सकते है। जो शिव भक्त ‘दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र’ का पाठ पूर्ण निष्ठा से करता है, उसके जीवन में कभी गरीबी नहीं आती और जीवन में धन-वैभव बना रहता है।  

Daridra Dahan Shiv Stotra benefits

।। दारिद्रय दहन स्तोत्रम् ।।


विश्वेशराय नरकार्ण अवतारणाय
कर्णामृताय शशिशेखर धारणाय।
कर्पूर कान्ति धवलाय, जटाधराय,
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।1

गौरी प्रियाय रजनीश कलाधराय,
कलांतकाय भुजगाधिप कंकणाय।
गंगाधराय गजराज विमर्दनाय
द्रारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।2

भक्तिप्रियाय भवरोग भयापहाय
उग्राय दुर्ग भवसागर तारणाय।
ज्योतिर्मयाय गुणनाम सुनृत्यकाय,
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।3

चर्माम्बराय शवभस्म विलेपनाय,
भालेक्षणाय मणिकुंडल-मण्डिताय।
मँजीर पादयुगलाय जटाधराय
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।4

पंचाननाय फणिराज विभूषणाय
हेमांशुकाय भुवनत्रय मंडिताय।
आनंद भूमि वरदाय तमोमयाय,
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।5

भानुप्रियाय भवसागर तारणाय,
कालान्तकाय कमलासन पूजिताय।
नेत्रत्रयाय शुभलक्षण लक्षिताय
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।6

रामप्रियाय रधुनाथ वरप्रदाय
नाग प्रियाय नरकार्ण अवताराणाय।
पुण्येषु पुण्य भरिताय सुरार्चिताय,
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।7

मुक्तेश्वराय फलदाय गणेश्वराय
गीतप्रियाय वृषभेश्वर वाहनाय।
मातंग चर्म वसनाय महेश्वराय,
दारिद्रय दुख दहनाय नमः शिवाय।।8

वसिष्ठेन कृतं स्तोत्रं सर्व रोग निवारणम्
सर्व संपत् करं शीघ्रं पुत्र पौत्रादि वर्धनम्।।
शुभदं कामदं ह्दयं धनधान्य प्रवर्धनम्
त्रिसंध्यं यः पठेन् नित्यम् स हि स्वर्गम् वाप्युन्यात् ।।

।। इति श्रीवशिष्ठरचितं दारिद्रयुदुखदहन शिवस्तोत्रम संपूर्णम् ।।

दारिद्रय दहन स्तोत्र के फायदे

1. दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करने से मनुष्य का मन समृद्ध बनता है जिससे उसे अपने व्यसाय के प्रति नेगेटिव विचार नहीं आते है और उसे दरिद्रता से छुटकारा मिलता है। 

2. आर्थिक संकट, व्यापार में घाटा, कर्ज और दिए गये उधार की वसूली न हो पाना जैसे आर्थिक संकट दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का नियमित पाठ करने से दूर किए जा सकते है।

3. डेली भगवान शिव का ‘दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र’ के साथ अभिषेक करने से मनुष्य को स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है तथा दरिद्रता से मुक्ति मिलती है।

4. यह स्तोत्र आपको भय और चिंताओं से निजात दिलाता है और मन में स्थिरता और आत्मविश्वास प्रदान करता है। 

5. यदि आपके सामर्थ्य और निर्णय क्षमता में समस्या है, तो दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करने से आप अच्छे और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता में सुधार कर सकते हैं।

6. दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के पाठ से आप शिवभक्ति में निष्ठा, सम्पूर्णता और आत्मिक उन्नति प्राप्त कर सकते हैं।

7. आर्थिक संकटो के अलावा परिवार में सुख शांति रखने के लिए भी इस स्तोत्र का पाठ कर सकते है। 

8. यह स्तोत्र न केवल दरिद्रता से मुक्ति दिलाता है बल्कि मनुष्यों के शारीरिक रोगो को भी दूर करने में सक्षम है। 

9. इस स्तोत्र को श्रद्वापूर्वक पढ़ने से पति-पत्नी के दाम्पत्य जीवन में खुशहाली आती है और संतान की प्राप्ति होती है। 

10. महादेव के वार सोमवार को दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र का पाठ करने से कुंवारी कन्याओं के विवाह में कठनाईयाँ नहीं आती और मनोवांछित वर मिलता है।   

11. यह स्तोत्र आपको मानसिक तनाव से राहत दिलाने, मन को शांति और आनंद प्रदान करने में मदद करता है।

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के लाभ (Daridra Dahan Shiv Stotra benefits) के लाभ बताए है, जिनको आप पढ़कर जीवन में उन्नति कर सकते है। इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी भी उपलब्ध कराई है। 

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। अगर उपयोगी साबित हुआ हैं, तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे, ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके। 

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FAQ (Frequently Asked Questions)

Q. दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र की रचना किसने की थी?

दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र की रचना महर्षि वशिष्ठ ने की थी। 

Q.घर में कौन से रंग का शिवलिंग रखना चाहिए?

घर में पारद (जो चांदी और पारे से मिलकर बनता है) शिवलिंग रखना चाहिए। साथ ही स्फटिक शिवलिंग (पारदर्शी शिवलिंग) रखना भी शुभ माना जाता है। 

Q. सबसे बड़ा शिव मंदिर कहां है?

भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित “श्रीरंगम मंदिर” को दुनिया का सबसे बड़ा सक्रिय शिव मंदिर माना जाता है, जो 4116 मीटर की परिधि में फैला हुआ है।  

1 thought on “मात्र 8 श्लोकों का मंत्र और दरिद्रता समाप्त (Daridra Dahan Shiv Stotra benefits) | दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र के लाभ”

  1. क्या इस स्तोत्र का पाठ हम कभी भी मानसिक रूप से कर सकते है

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