नमस्कार दोस्तों, क्या आप भी भगवान शिव को प्रसन्न करके अपनी मनोकामनाये पूरी करना चाहते हो और इसके लिए कोई सरल उपाय ढूंढ रहे हो, तो आप सही वेबसाइट पर आये हो। भगवान शिव को कम समय में प्रसन्न करने के लिए आप ‘श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र’ का जाप दिन में 108 बार कर सकते हो। इस मंत्र में मात्र तीन शब्द है जिनका 108 बार उच्चारण मात्र 10-15 मिनट में कर सकते हो।
दोस्तों इस लेख के माध्यम से आपको श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे (shree shivay namastubhyam mantra benefits) बताये जायेंगे, जिनको आप भी अपने जीवन में उतार सकते हो और तरक्की कर सकते हो।सनातन धर्म में मंत्रों का विशेष महत्व दिया गया है चाहे वह मंत्र कोई सिद्धि शक्ति प्राप्त करने के लिए बोला जाए या कोई किसी प्रकार का रोग या कष्ट का निवारण करने के लिए या भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए मंत्र का उच्चारण किया जाए।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के लाभ
1.इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का अपनी इंद्रियों को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है और साधना की शक्ति विकसित होती है।
2. यदि आप कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो आपको निश्चित रूप से ही इस मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से वह कार्य अवश्य सफल होगा।
3. मंत्र का जाप करने से मन और दिमाग में आने वाले नकारात्मक विचार ख़त्म होत्ते है क्योंकि मंत्र का जाप करना एक तरह से मेडिटेशन है, जिससे मानसिक शांति मिलती है और सकारत्मक विचारों का आगमन होता है।
4. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को धार्मिक संवाद में सहायता मिलती है और सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा होती है।
5. यदि आपको कोई पुराना रोग है और आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के जाप से किसी भी असाध्य रोग से छुटकारा मिलता है।
6. इस मंत्र का नियमित जाप करने से मानसिक चिंताएं कम होती हैं और ध्यान केंद्रित होता है।
7. इस मंत्र के जाप से लकवे के मरीज़ को भी फायदा पहुँचता है। यदि लकवे के मरीज को शिव जी पर चढ़ा हुआ सरसों का वह तेल लगाया जाए जिस के साथ बेलपत्र, शनि पत्र, काली मिर्ची, लोंग और कमलगट्टे का उपयोग किया गया हो तो इस तेल की मालिश से लकवे का इलाज सम्भव होता है।
8. श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करने से शिवजी के प्रति भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है।
9. इस मंत्र का जाप करने से आपके बिगड़े हुए काम बनने लगते है और काम में आने वाली सभी बाधाओं से छुटकारा मिलता और आप एक सकारात्मक जीवन की ओर अग्रसर होते हो।
10. श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को आत्मिक और भौतिक संबंधी रक्षा कवच का लाभ मिलता है।
11. जिन युवक और युवतियों के विवाह में रुकावटे आ रही है, वो भी इस मंत्र का जाप सोमवार को 108 बार करे।
12. यदि पति-पत्नी के बीच कलेश है दाम्पत्य जीवन में निराशा है तो आप इस मंत्र का जाप करके अपने दाम्पत्य जीवन को खुशहाल कर सकते हो।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का महत्व
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन वैदिक मंत्र है जिसका महत्व धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से अपार है। यह मंत्र शिवजी के आदि-अनंत स्वरूप की प्रशंसा करता है और उनके दिव्य गुणों को स्मरण करने के लिए उपयोगी होता है।
इस मंत्र के द्वारा, भक्त भगवान शिव के प्रति अपनी दिव्यता और समर्पण का प्रतीक जताता है। इस मंत्र का नियमित जाप करने से भक्ति और श्रद्धा की भावना विकसित होती है और व्यक्ति का मार्ग धार्मिकता की ओर प्रवृत्त होता है।
यह मंत्र शिवजी के गुणों, कृपा, दया और प्रेम की स्मृति कराता है और भक्ति के माध्यम से व्यक्ति को आध्यात्मिक संबंध में आगे बढ़ने में मदद करता है। इसलिए, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का नियमित जाप धार्मिक और आध्यात्मिक साधना का अहम अंग बन सकता है।
निष्कर्ष
इस प्रकार हमने सभी श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे (shree shivay namastubhyam mantra benefits) ऊपर बताये है, जिन्हे आप अपने जीवन में उतार सकते हो और जीवन में तरक्की की राह पर अग्रसर हो सकते हो। आपको यह पोस्ट कैसी लगी और इससे संबंधित कोई सुझाव हो हमें E mail करे।
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आप श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का 108 बार जाप वाला वीडियो भी You Tube पर देख सकते है –
FAQ (Frequently Asked Questions)
Q. शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र कौन सा मंत्र है?
यह मंत्र शिव पुराण से लिया गया है जो की शिव जी के मूल मंत्र ॐ नम: शिवाय जितना ही बड़ा है अर्थात दोनों मंत्रो में केवल तीन शब्द है।
Q. शिव जी का प्रिय मंत्र कौन सा है?
भगवान शिव के प्रिय मंत्र दो है – ॐ नम: शिवाय और श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र
Q. मंत्र का जाप कितनी देर तक करना चाहिए?
मंत्र का जाप कितनी देर भी कर सकते है लेकिन एक बार में 108 बार जरूर करे।
Q. मन की शांति के लिए कौन सा मंत्र जपना चाहिए?
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र