ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र – सम्पूर्ण जानकारी

नमस्कार दोस्तों, यदि आपकी भी नहीं हो रही है शादी या विवाह में आ रही है अड़चने तो आपको इस आर्टिकल  के माध्यम से एक ऐसा मंत्र बताएंगे, जिसके जाप से आपके शादी में होने वाली रुकावटे दूर होगी तथा शादी होने के शीघ्र द्वार खुलेंगे। ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र के 108 बार उच्चारण से जल्दी शादी बनने की संभावना होती है इसका उच्चारण सोमवार को करने से बहुत ही फायदेमंद रहता है। 

 ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र मात्र 4 शब्दों का है, जिसके उच्चारण में मात्र 15-20 मिनट लगते हैं। जिन  युवक-युवतियों के शादी में रुकावट आ रही है, वें प्रत्येक सोमवार के दिन ऐसे मंत्र का 108 बार उच्चारण करें निश्चित ही उनकों 1 सप्ताह या 1 महीने में खुशखबरी मिलेगी।  इस लेख में आगे इस मंत्र की जाप की पूरी विधि बताएंगे।  यदि आपका कोई जान पहचान के व्यक्ति के विवाह में भी अड़चन आ रही है तो यह पोस्ट अधिक से अधिक शेयर करें और उसकी सबसे बड़ी समस्या का हल  हल करने में सहायता प्रदान करें। 

ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र

ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र का अर्थ

इस मंत्र का अर्थ आप निम्न प्रकार समझ सकते है –
ॐ” – ध्यान और आध्यात्मिकता की प्रतीक है, जो ब्रह्मांड के अनन्त शक्तिमान तत्त्व को प्रकट करता है।
“गौरी” – पार्वती, माता दुर्गा का एक रूप है, जिन्हें शक्ति और सौभाग्य की प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।
“शंकर” – भगवान शिव का एक नाम है, जो जीवन के सार्थकता और मोक्ष के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।
“नमः” – समर्पण और आदर की भावना को व्यक्त करता है।

ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र का शादी से क्या संबंध है –  

ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र का शादी से क्या संबंध है

सनातन संस्कृति में शंकर और पार्वती की जोड़ी सबसे उत्तम मानी गई है, इसलिए युवक-युवती गौरी-शंकर जैसी जोड़ी होने के के लिए इस मंत्र का जाप करते हैं तथा भगवान शिव और माता पार्वती के आशीर्वाद से विवाह के शीघ्र होने की संभावना  का योग बनता है। 

विवाह (शादी) हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण संस्कार होता है और विवाह के अवसर पर भी भगवान शिव और पार्वती की कृपा और आशीर्वाद की प्रार्थना की जा सकती है, जिससे यह मंत्र उपयोगी हो सकता है।

विवाह के समय भगवान शिव और पार्वती की पूजा और उनके आशीर्वाद के लिए यह मंत्र पठित किया जाता है, जिससे नई जोड़ी के लिए सौभाग्य और सुख की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा, विवाह के बाद भी भगवान शिव और पार्वती के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए यह मंत्र प्रयोग किया जा सकता है।

ओम गौरी शंकराय नमः का जाप करने से क्या होता है?

वैसे तो यह मंत्र विवाह के सयोंग से जुड़ा हुआ है अर्थात इस मंत्र के जाप से विवाह में होने वाली रुकावटे दूर होती है साथ ही विवाह के बाद भी इस मंत्र का जाप करने से दंपति जीवन में खुशहाली रहती है। इसके अलावा यह मंत्र मानसिक शांति और स्थिरता की प्राप्ति में मदद कर सकता है। जब आप नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करते हैं, तो आपकी मानसिक चिंताओं और तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है।

जिन लड़कों या लड़कियों की आयु 30 साल से अधिक हो गई है, वें 108 बेलपत्र ले और हर बेलपत्र पर चंदन से राम नाम लिख दे, इसके बाद एक-एक बेलपत्र को लेकर 108 बार ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र का जाप करके शिव भगवान को अर्पित करें। यह उपाय हर सोमवार को व सच्चे मन से करने पर जल्द ही जीवनसाथी मिलता है। 

गौरी शंकर मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?

गौरी शंकर मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए यह आपके आध्यात्मिक अनुभव, साधना की दिशा, और आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है। मंत्र जाप को समय-समय पर अनुभागित करने और ध्यान में जुटने की कोशिश करे।  

कुछ लोग दिन में कुछ मिनटों तक ओम गौरी शंकराय नमः मंत्र का जाप करते हैं, जबकि कुछ लोग इसे लंबे समय तक ध्यान करते हैं। सामान्यत: लोग 108 या उससे अधिक बार मंत्र का जाप करते हैं, क्योंकि 108 पवित्र अंको की संख्या मानी जाती है और इसे एक पूर्ण रुद्राक्ष माला में पूरा किया जा सकता है।

आपकी स्थिति और समय की उपलब्धता के आधार पर आप रोजाना या सामयिक रूप से गौरी शंकर मंत्र का जाप कर सकते हैं। ध्यान रखें कि मंत्र का जाप अवश्य ही ईश्वर के प्रति विश्वास और समर्पण के साथ किया जाना चाहिए।

गौरी शंकर मंत्र का जाप कैसे करें?

1. सबसे पहले, आपको एक शांतिपूर्ण और पवित्र स्थान पर बैठकर जमीन से जुड़ा हुआ आसन लेना चाहिए। सावन के महीने आप पिले वस्त्र धारण करे ,पिले रंग के वस्त्र पहनने से भगवान शिव जल्द प्रसन्न होते है। 

2. मंत्र जाप से पहले, मन को शांत करे और अपने इंटेंशन (संकल्प) को स्पष्ट करें कि आप क्या उद्देश्य प्राप्त करना चाहते हैं।

3. अब “ॐ गौरी शंकराय नमः” मंत्र का मन में अपने उद्देश्य को केंद्रित करते हुए इसका एक बार में 108 बार जाप करे। 

 4. मंत्र के जाप के दौरान ध्यान को बनाए रखने के लिए आप मंत्र के अर्थ को समझ सकते हैं या ईश्वर की धारणा में रह सकते हैं।

5. जिन युवक-युवतियों के विवाह में बाधा आ रही है, वे सावन के सोमवार को गंगाजल में काले तिल, इत्र और शहद मिलाकर भगवान शिव को अर्पित करे साथ में  ‘ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा’ मंत्र का जाप भी अलग से करे।  ऐसा करने से विवाह का योग जल्दी बनने लगते हैं।

6. विवाहिक जीवन में सुख शांति के लिए दंपती को शिव जी की पूजा करते समय नागकेसर अर्पित करना चाहिए। शिवलिंग पर जल अर्पित होने के बाद कम से कम 11 नागकेसर शिव चालीसा बोलते हुए अर्पित करे साथ में घी का दिया भी जलाये। 

7. शिव पुराण की एक अन्य धारणा के अनुसार शीघ्र विवाह के लिए युवक केसरयुक्त दूध से और युवतियां अनार के रस से शिव जी का अभिषेक करें।

निष्कर्ष

 प्यारे शिव भक्तों,  ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र के बारे में आपको इसको सिद्ध करने की विधि, इसका अर्थ, इसका महत्व  के बारे में विस्तार से बताया है। इस प्रकार आप विवाह से संबंधित प्रत्येक बाधाओं को इस मंत्र के जाप से दूर कर सकते हो। आशा करते है की यह पोस्ट आपको पसंद आयी होगी, कमेंट करके जरूर बताये और अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।

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